मेटा के फाउंडर और CEO मार्क जुकरबर्ग उस वक्त असहज हो गए जब कंपनी के नए Meta Ray-Ban Display Smart Glasses के लॉन्च इवेंट में एक के बाद एक कई गड़बड़ियां सामने आ गईं। लाइव डेमो के दौरान कॉल फेल हो गई, AI उलझ गया, और जुकरबर्ग को सबके सामने सफाई देनी पड़ी — “वाई-फाई ने धोखा दे दिया!”
जुकरबर्ग बोले – “सालों की मेहनत और फिर वाई-फाई…”
17 सितंबर की रात Connect Developers Conference के दौरान मेटा के मेनलो पार्क हेडक्वार्टर में आयोजित इस इवेंट में जुकरबर्ग ने नए स्मार्ट ग्लासेस और साथ में आने वाले gesture wristband को पेश किया। दावा था कि ये पिछली टेक्नोलॉजी से कई गुना बेहतर हैं — लेकिन स्टेज पर कुछ और ही नज़ारा देखने को मिला।
डेमो के दौरान जुकरबर्ग ने जब wristband से मैसेज भेजा तो वो चला तो गया, लेकिन जैसे ही मेटा के CTO एंड्रयू बोसवर्थ ने कॉल बैक की, स्मार्ट ग्लासेस ने कोई रिस्पॉन्स नहीं दिया। जुकरबर्ग बार-बार जेस्चर करके कॉल उठाने की कोशिश करते रहे, लेकिन सिस्टम ने जवाब नहीं दिया।
वो खुद बोले —
“100 बार प्रैक्टिस करते हो, लेकिन लाइव शो में जो होना होता है, वही होता है।”
AI असिस्टेंट से मांगी रेसिपी, जवाब में मिला कन्फ्यूजन
डेमो के एक और हिस्से में फूड क्रिएटर जैक मैनकुसो ने अपने स्मार्ट ग्लासेस के AI से कोरियन स्टेक सॉस की रेसिपी पूछी। लेकिन AI इतना उलझ गया कि स्टेप्स गड़बड़ हो गए।
AI ने पहले ही मान लिया कि सारे इंग्रेडिएंट्स मिक्स हो चुके हैं और बोला —
“अब नाशपाती को कद्दूकस करें।”
जब मैनकुसो ने AI को सही करने की कोशिश की, तो बात और बिगड़ गई। आखिरकार उन्होंने वाई-फाई को दोषी ठहराया और लाइव फीड वापस जुकरबर्ग को दे दी।
जुकरबर्ग ने भी हंसते हुए कहा —
“सबसे बड़ा आइरनी यही है कि सालों तक टेक्नोलॉजी पर मेहनत करते हो और फिर इवेंट वाले दिन वाई-फाई आपको धोखा दे देता है।”
देखें वीडियो: जब Meta Glasses रेसिपी बताने में हुए फेल
Meta AI's live demo failed for the entire minute 😢 pic.twitter.com/du4roaW0ER
— near (@nearcyan) September 18, 2025
क्या खास है इन नए Meta Ray-Ban ग्लासेस में?
- इन-बिल्ट डिस्प्ले: पहले के मॉडल से बड़ा अपग्रेड
- AI असिस्टेंट: आपकी डेली जरूरतों के लिए
- Gesture Wristband: बिना टच के हाथ के इशारों से कंट्रोल
हालांकि टेक्नोलॉजी इम्प्रेसिव लग रही थी, लेकिन डेमो में आई खामियों ने इवेंट का मजा थोड़ा किरकिरा कर दिया।
अब देखना ये होगा कि मार्क जुकरबर्ग और मेटा टीम इस झटके से कैसे उबरते हैं और यूजर्स के सामने एक स्मूद एक्सपीरियंस पेश कर पाते हैं या नहीं।