भारत में किसी भी वित्तीय लेन-देन के लिए PAN Card बेहद ज़रूरी है। लेकिन अब आपका पैन कार्ड सिर्फ एक प्लास्टिक का टुकड़ा नहीं रहेगा। सरकार ने PAN 2.0 प्रोजेक्ट के तहत पैन कार्ड को और स्मार्ट, सुरक्षित और डिजिटल रूप से उपयोगी बना दिया है। अब नए पैन कार्ड पर QR कोड होगा।
पुराने पैन कार्डधारक भी इसे अपग्रेड कर सकते हैं और नया QR कोड वाला स्मार्ट पैन कार्ड ऑनलाइन फ्री में पा सकते हैं।
Pan 2.0 प्रोजेक्ट क्या है?
केंद्र सरकार ने नवंबर 2024 में PAN 2.0 प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी। इसका उद्देश्य पैन और टैक्स संबंधित सेवाओं को डिजिटल रूप से आसान और सुरक्षित बनाना है।
- अब सभी नए पैन कार्ड पर QR कोड दिया जाएगा।
- e-PAN Card रजिस्टर्ड ईमेल पर फ्री मिलेगा।
- अगर आपको फिजिकल कार्ड चाहिए तो सिर्फ ₹50 चुकाने होंगे (भारत में रहने वालों के लिए)।
सरकार का कहना है कि QR कोड नया नहीं है, इसे 2017-18 में ही जोड़ा गया था। लेकिन अब पैन 2.0 में QR कोड और भी एडवांस होगा। यह डायनामिक QR कोड होगा, जिसमें पैन डेटाबेस से जुड़ी ताज़ा जानकारी दिखाई देगी।
QR कोड में क्या होगा?
जब आप Income Tax Department की PAN QR Code Reader ऐप से इसे स्कैन करेंगे, तो आपके पैन कार्ड से जुड़ी ये जानकारियां तुरंत दिखेंगी:
- नाम
- पिता का नाम
- जन्मतिथि
- फोटो
- डिजिटल सिग्नेचर
इसका सबसे बड़ा फायदा होगा इंस्टैंट वेरिफिकेशन। बैंक, कंपनियां या कोई भी संस्था सेकंडों में QR स्कैन करके आपके PAN Card की पुष्टि कर सकेगी। इससे फेक PAN कार्ड का इस्तेमाल रुक जाएगा।
PAN कार्ड कहां से मिलता है?
भारत में PAN कार्ड दो संस्थान जारी करते हैं:
- Protean e-Governance (पहले NSDL)
- UTIITSL (UTI Infrastructure Technology and Services Limited)
अपने कार्ड के पीछे देखकर आप जान सकते हैं कि आपका पैन कार्ड किसने जारी किया है। इसके बाद आप उनकी वेबसाइट पर जाकर नया कार्ड अप्लाई कर सकते हैं।
ऑनलाइन PAN कार्ड अपग्रेड कैसे करें? (Protean वेबसाइट से)
- Protean की वेबसाइट पर जाएं।
- अपना PAN नंबर, आधार नंबर और जन्मतिथि डालें।
- डिटेल्स कन्फर्म करें।
- आपके मोबाइल या ईमेल पर OTP आएगा, उसे डालें।
- ₹50 का ऑनलाइन पेमेंट करें (फिजिकल कार्ड के लिए)।
24 घंटे के भीतर आपके ईमेल पर नया e-PAN कार्ड (QR कोड वाला) डाउनलोड करने का विकल्प मिल जाएगा।
कुल मिलाकर, PAN 2.0 आम लोगों के लिए एक स्मार्ट और सुरक्षित बदलाव है। यह न सिर्फ डिजिटल इंडिया की ओर एक कदम है, बल्कि फेक पैन कार्ड जैसी समस्याओं को भी खत्म करेगा।